मुख्यमंत्री के आने से पहले चंदौली में बड़ी घटना

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  • कर्मनाशा नदी से निकले मगरमच्छ ने खेत मे काम कर रही महिला को निगला, मौत
  • एक घंटे बाद शव बाहर लेकर निकला फिर शव बाहर छोड़ नदी में घुस गया
  • अफसरों के न पहुंचने से क्षुब्ध लोगों ने चकिया-सहदुल्लाहपुर मार्ग पर किया चक्काजाम

  • चकिया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चंदौली आगमन से पूर्व जिले में बड़ी घटना हो गई। जहां पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर कार्यक्रम स्थल पर सजग रही, वहीं चकिया थाना क्षेत्र में हुई घटना के बाद भी पुलिस अधिकारियों और वन विभाग के अधिकारियों के न पहुंचने से ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश रहा। चंदौली जिले के चकिया थाना क्षेत्र अंतर्गत भीषमपुर गांव में अपने खेत मे काम कर रही पार्वती (48) जग्गू पर कर्मनाशा नदी से निकले मगरमच्छ ने हमला कर दिया। उसे निगल कर नदी में ले गया। कुछ देर बाद मगरमच्छ शव लेकर बाहर निकला तो परिजनों को जानकारी हुई। परिजनों के शोर मचाने पर मगरमच्छ को बाहर छोड़कर फिर नदी में चला गया। सूचना के एक घंटे बाद भी पुलिस और वन विभाग की टीम के मौके पर न पहुचने से क्षुब्ध परिजनों व ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर चकिया- सहादुल्लापुर मार्ग को जाम कर दिया। सूचना पर मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया। इसको लेकर पुलिस और ग्रामीणों के बीच छीनाझपटी भी हुई। लेकिन पुलिस शव को कब्जे में नही ले सकी थी। बताया जा रहा है कि भीषमपुर गांव निवासी जग्गू की पत्नी पार्वती कुस्मभर पहाड़ी के पास अपने टमाटर के खेते में काम कर रही थी। इस दौरान कर्मनाशा नदी से निकले मगरमच्छ ने महिला पर हमला बोल दिया और उसे खींचकर नदी में ले गया। महिला के अचानक गायब होने पर परिजन और ग्रामीणों ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी। करीब एक घंटे के बाद मगरमच्छ महिला का शव लेकर पानी से बाहर निकला तो लोगों ने शोर मचाना शुरू किया। आवाज सुनकर मगरमच्छ महिला को छोड़कर नदी में चला गया। लोगों ने पुलिस और वन विभाग की टीम को सूचना दी। काफी देर बाद भी दोनों विभागों के नहीं पहुंचने पर ग्रामीण नाराज हो गए और चकिया सहदुल्लापुर तिराहे को जाम कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। मगरमच्छ पहले भी ग्रामीणों पर हमला कर चुका है। लेकिन वन विभाग की टीम इस पर ध्यान नहीं दे रही। लोगों का आरोप है कि वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करते। घटना से नाराज लोग वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग पर अड़े हुए हैं। पुलिस विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।