पुरानी पेंशन बहाली को लेकर मशाल जुलूस निकाला किया प्रर्दशन

Share it:

  • जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं होती चलता रहेगा आंदोलन
  • सोनभद्र। पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर रविवार को पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मंच जनपद सोनभद्र द्वारा जनपद मुख्यालय लोक निर्माण विभाग मे स्थित संघ भवन से मशाल जुलूस निकाला गया, जुलूस जिला पंचायत कार्यालय दरोगा जी की गली मेन चौक स्वर्ण जयंती चौक होते हुए संघ भवन पहुंच कर समाप्त हुआ। डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ लोक निर्माण विभाग के मण्डल अध्यक्ष सुनील कुमार पाण्डेय ने कहा कि जब तक पुरानी पेंशन चालू नही किया जाता तक तक आन्दोलन व प्रर्दशन जारी रहेगा, देश के कई राज्य राजस्थान, पंजाब, छत्तीसगढ़, झारखंड, हिमाचल प्रदेश मे पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में भी यह व्यवस्था बहाल किया जाय उन्होंने बताया कि संसद के आगामी मानसून सत्र के दौरान पुरानी पेंशन बहाली को लेकर संसद भवन का घेराव भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकारें पुरानी पेंशन योजना लागू करने का दावा कर रही हैं. जबकि एनपीएस को लेकर अधिकतर लोगों का कहना है कि यह सरकारी कर्मचारियों के हित में नहीं है, इतना ही नहीं, कई राज्यों के केंद्रीय कर्मचारी खुद यह मानते हैं कि इस योजना में उनका भविष्य सुरक्षित नहीं है। कार्यक्रम के दौरान राममनी सारस्वत, अध्यक्ष, एआई आरएफ
    राजीव शुक्ला, अध्यक्ष उप्र मिनीस्ट्रियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ राजेश सिंह, अध्यक्ष, उप्र राज्य कर्मचारी महासंघ अवनीश कुमार दूबे, अध्यक्ष, विकास भवन कर्मचारी संघ
    सन्तोष कुमार, अध्यक्ष, उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ सन्तोष सिंह, अध्यक्ष, डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ, लोक निर्माण विभाग, जितेन्द्र तिवारी, अध्यक्ष, डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ, लोक निर्माण विभाग,रविभूषण सिंह, अध्यक्ष, उ प्र जू हाई स्कूल शिक्षक संघ पूर्व माध्यमिक धीरेन्द्र पति तिवारी, मंत्री, उप्र जू हाई स्कूल शिक्षक संघ पूर्व माध्यमिक
    प्रेमशिला, अध्यक्षा, उप्र मातृ शिशु कल्याण महिला कर्मचारी संघ प्रेमनाथ, मंत्री, उप्र राजस्व संग्रह अमीन संघ, मीना जायसवाल, अध्यक्षा, उप्र बाल विकास मुख्य सेविका संघ सुरेन्द्र नाथ मिश्रा, का अध्यक्ष, उप्र कानूनगो संघ राकेश सिंह, उप्र कृषि अधीनस्थ सेवा संघ समेत अन्य पदाधिकारी एवं विभन्न विभागों के हजारों की संख्या में लोगों ने प्रतिभाग किया।