गांधी विचारों से बचेगा पृथ्वी व मानव का अस्तित्व

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  • विकास का सही विकल्प दे सकता है तो वह है सर्वोदय विकास है
  • गांधी बिनोवा विचारों से अभिभूत हुआ बनवासी सेवा आश्रम टीम
  • सोनभद्र। बनवासी सेवा आश्रम के सेवाग्राम में आयोजित सर्वोदय समाज सम्मेलन में तिब्बत सरकार के पूर्व प्रधानमंत्री प्रो् सामदोंग रिनपोंछे ने कहा कि पृथ्वी और मानव के अस्तित्व को मात्र गांधी विचार से बचाया जा सकता है। वर्तमान परिस्थिति में जो चल रहा है, उसमें मनुष्य व प्रकृति के स्वभाव में विरोधी है, वर्तमान परिस्थिति में रोका नहीं जा सकता है। उन्होने कहा हमें कई कार्यक्रम के साथ योजनाएं बनानी चाहिए क्योकि पृथ्वी और मानव जगत का संपूर्ण प्रलय अभी नहीं आया है। आधुनिक व्यवस्था ने प्रकृति के कई नियमों को उल्टा किया है।हमें सजग होना है और समाज निर्माण के लिए व्यक्ति को खुद का परित्याग कर देना चाहिए। आज हम सभी अधिकार की बातें करते हैं, लेकिन कर्तव्य के बारे में नहीं सोचा जाता है, जहां कर्तव्य होगा वहां अधिकार स्वयं रहेगा। हमें इन चुनौतियों का सामना करने की शक्ति "सत्य और अहिंसा" से ही मिलेगी। वर्तमान में हम जिन चुनौतियों सामाना कर रहे हैं व बड़ी विकट है हम गांधी विनोवा के विचारों से प्रेरित होकर सामना कर सकते है।
    उक्त विचारों के साथ सर्वोदय समाज सम्मेलन में आए देशभर से आए मनिषियों के विचार सुनने के अवसर मिला। सोनभद्र से ग्यारह सदस्यीय टीम में शुभा बहन, शिवशरण भाई, हृदयनारायण भाई, रमेश भाई, देवनाथ भाई, बिहारीलाल, शेर सिंह, कैलाश, लाल किशुन, संगीता, देवमती रहे तथा सर्वोदय विचार मनिषि चंदन पाल, अरविंद अंजूम, शेख भाई, डा. अभय बंग, डा. अशोक बंग, अमरनाथ भाई, सुगनबंरठ जैसे अनेक मनिषि शामिल रहे।