अब तक नहीं पकड़ा गया तेंदुआ पिपरी क्षेत्र में दहशत

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  • वन विभाग ने लगाया है पिजड़ा बिछाया है जाल
  • रेणुकूट (सोनभद्र)। पिपरी नगर क्षेत्र व आसपास के जंगलों में बीते एक पखवाड़े से चहलकदमी कर रहे तेंदुए को पकड़ने के प्रयास अब तक नाकाफी साबित हुए हैं, हालांकि वन विभाग द्वारा मिर्जापुर से पिंजड़ा मंगाकर उसे जंगल में एक स्थान में जयपर लगाया गया है परंतु बीते 2 दिनों से उस ओर तेंदुए की आवाजाही भी बंद हो गई है। पिपरी वन रेंज क्षेत्र के रेंजर धीरेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने का पूरा प्रयास किया जा रहा है इसके लिए मिर्जापुर से पिंजरा भी आ चुका है और जाल भी मंगा कर रख लिया गया है प्रतिदिन वन कर्मी जंगलों में चक्रमण भी कर रहे हैं परंतु तेंदुए का पता नहीं चल रहा है। रेंजर ने बताया कि तेंदुआ से बचने के लिए लगातार लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है कि वह जंगल में अकेले कतई न जाए वरना जानवर उन पर हमला कर सकता है जब भी जाएं तो तीन-चार की संख्या में जाएं। पिपरी स्थित पशु अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ मनीष कुमार मौर्या ने बताया कि तेंदुआ बहुत ही फुर्तीला जानवर होता है रिहंद बांध के आसपास ऐसी जलवायु है जो उसके अनुकूल है। यहां उसे जंगलों में चीतल या छोटे-मोटे जानवर खाने को मिल जा रहे हैं और पीने के लिए पर्याप्त पानी भी है ऐसी दशा में वह घूम फिर कर यही बना हुआ है। उन्होंने तेंदुआ के छत्तीसगढ़ के जंगलों से भटककर आने की संभावना जताई और कहा कि यहां अनुकूल परिस्थितियां होने की वजह से वह बीते कई माह से अपना ठिकाना बना चुका है। उन्होंने कहा कि तेंदुआ दो-तीन आदमी यदि एक साथ हैं तो कभी हमला नहीं करेगा, अकेला आदमी देखकर ही वह हमला कर सकता है ऐसे में उन्होंने भी किसी को अकेले जंगल में न जाने की सलाह भी दी है।